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विकीलीक्स: दि एनिमी ऑफ द डीप स्टेट

विकीलीक्स की किस्मत उसके सह-संस्थापक जूलियन असांजे की परेशानियों से जुड़ी रही है, जिन्हें अमेरिका के साथ एक दशक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार रिहा कर दिया गया है

श्रीनिवासन रमानी

“जूलियन असांजे स्वतंत्र हैं” – विकीलीक्स ने एक्स पर एक बयान में यह घोषणा की। इसमें आगे लिखा था कि व्हिसलब्लोइंग वेबसाइट के सह-संस्थापक अधिकतम सुरक्षा वाली ब्रिटेन की बेलमार्श जेल में 1901 दिन बिताने के बाद 24 जून की सुबह वहां से निकल गये”। विकीलीक्स ने एक मामले में दोषी होना स्वीकार करने की सहमति है। यह अमेरिकी राष्ट्रीय रक्षा से संबंधित वर्गीकृत दस्तावेजों को प्राप्त करने और उसका खुलासा करने की साजिश के लिये है। इस तरह अमेरिका में प्रत्यर्पण के खिलाफ उनकी लंबी लड़ाई समाप्त हो गई है। उन्हें अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र साइपन (Saipan) में अदालत की सुनवाई में भाग लेने के लिए यूके से बाहर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया लौटना था। 

श्री असांजे आपराधिक आरोपों के लिए अमेरिका में वांछित हैं। इनमें 2010 में हजारों गुप्त अमेरिकी फाइलों को ‘लीक’ करने की विकीलीक्स की कार्रवाई और इसके लिए जासूसी अधिनियम का उल्लंघन भी शामिल है। इसके लिए उन्हें 175 वर्ष तक की जेल की सजा हो सकती थी।

श्री असांजे को आज़ादी मिलने तक की यात्रा आसान नहीं थी, और वे प्रत्यर्पण के बेहद करीब पहुंच गए थे। 17 जून 2022 को उस समय की यूके की होम सेक्रेट्री प्रीति पटेल ने श्री असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिये थे। बाद में वे इसके खिलाफ अपील करने में कामयाब हुए। उसी दिन, मीडिया अधिकारों और मानवाधिकार समूहों के एक अमेरिकी आधार वाले गठबंधन, असांजे डिफेंस कमिटर ने अपने सह-अध्यक्षों (को-चेयर्स) के माध्यम से एक बयान जारी किया। इनमें प्रसिद्ध भाषाविद और जाने-माने बुद्धिजीवी नोम चोम्स्की और पूर्व अमेरिकी सैन्य विश्लेषक तथा व्हिसलब्लोअर डैनियल एल्बेरी शामिल थे। बयान में कहा गया था कि यह निर्णय “पश्चिमी लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन था”। इसमें आगे कहा गया था, “अमेरिकी सरकार का तर्क है कि उसका सम्मानित संविधान उस पत्रकारिता की रक्षा नहीं करता है जिसे सरकार नापसंद करती है और जन हित में सच्ची जानकारी प्रकाशित करना एक विध्वंसक, आपराधिक कृत्य है। यह तर्क न केवल पत्रकारिता के लिए बल्कि लोकतंत्र के लिए भी खतरा है।

ये शब्द एक ऐसे व्यक्ति के पक्ष में काफी मजबूत थे जो लंदन में  इक्वाडोर (Ecuador) दूतावास के परिसर में सात साल तक रहा था और जब उसके शरण तथा नागरिकता को खत्म किया गया तब से उसे यूके की बेलमार्श जेल में रखा गया था। इक्वाडोर दूतावास में रहने के दौरान श्री असांजे शुरू में जमानत उल्लंघन के लिए जेल में रहे और उन्हें एक यूके डिस्ट्रिक्ट जज, वनेसा बरैस्टर से जनवरी 2021 में राहत मिली। तब उन्होंने आदेश दिया था कि असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता है क्योंकि उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता है तथा अमेरिकी जेल में कैद की सख्त स्थितियों में आत्महत्या कर लेने की आशंका है।   

अमेरिकी अभियोजकों ने बाद में अपील दायर की और ब्रिटिश हाईकोर्ट ने इस बार दिसंबर 2021 में यूए के पक्ष में फैसला सुनाया। यह श्री असांजे की संभावित कैद की स्थिति में जेल में कैद की शर्तों पर जो बिडेन प्रशासन के आश्वासन के बाद किया गया था। इसके अनुसार अमेरिकी प्रशासन उन्हें उच्चतम सुरक्षा वाली जेल (कोलोराडो में एडीएक्स फ्लोरेंस, जिसमें आतंकवादी, नशे के तस्कर और हाई प्रोफाइल अपराधी रहते हैं) में नहीं रखेगा और अगर उन्हें सजा होती है तो वे अपने मूल ऑस्ट्रेलिया में अपनी सजा काट सकते हैं बशर्तें वे इसके लिए आग्रह करें। श्री असांजे ने फैसले के खिलाफ ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, लेकिन 14 मार्च को कोर्ट ने अपील करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

श्री असांजे की परेशानियाँ विकीलीक्स संगठन की ही तरह हैं। फरवरी 2022 में, विकीलीक्स की वेबसाइट पर, फ़ाइलों के लिए सबमिशन सिस्टम (व्हिसिलब्लोअर, हैकटिविस्ट आदि द्वारा) और इसका ईमेल सर्वर पूरी तरह से ऑफ़लाइन हो गया। अक्टूबर 2021 में संगठन की सुरक्षित चैट सेवाओं के काम करना बंद करने के कुछ महीनों बाद। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी।

संगठन अनिवार्य रूप से उसके सह-संस्थापक से जोड़ा जाता रहा है, जो अभी भी एक निदेशक बने हुए हैं। उनके जेल जाने के बाद से, व्हिसलब्लोअर दस्तावेज़ों का जारी होना बहुत कम रहा है और 2010 से 2019 के बीच संगठन ने जो हासिल किया है, उसकी तुलना में इसका परिणाम बहुत कम है।

उत्पत्ति और प्रभाव

विकीलीक्स की यात्रा 2006 में शुरू हुई, जब वेबसाइट की स्थापना की गई और इसका डोमेन नाम श्री असांजे द्वारा पंजीकृत कराया गया। हालांकि शुरुआत में वेबसाइट विकिपीडिया मॉडल की तर्ज पर एक प्रकटीकरण पोर्टल के रूप में शुरू हुई थी, जिसमें गुमनाम प्रस्तुतियाँ डाली जाती थीं और वालंटीयर्स द्वारा संपादित की जाती थीं। जल्द ही यह गुमनाम स्रोतों से प्राप्त सामग्री का भंडार बन गई। गुमनाम रखने वाले सॉफ्टवेयर टोर का उपयोग करके इस पर गुप्त रूप से प्राप्त समाचार और वर्गीकृत जानकारी को अपलोड किया जा सकता था। जो अपलोड करने वाले की पहचान को सुरक्षित रखता है और किसी भी नेटवर्क, यहां तक कि विकीलीक्स द्वारा भी मालूम नहीं किया जा सकता था। 

विकीलीक्स के नियोक्ताओं के बीच आंतरिक मतभेद और तकरार के कारण सबमिशन सिस्टम में समस्या उत्पन्न हो गई थी, जिसके परिणामस्वरूप 2010 में इसे निलंबित कर दिया गया था, लेकिन विकीलीक्स ने 2015 में साइट को पुनः लॉन्च कर दिया।

विकीलीक्स द्वारा किए गए शुरुआती खुलासों में से एक यह था कि अमेरिकी सरकार किस प्रकार ग्वांतानामो बे सुविधा में संदिग्ध आतंकवादियों को रखने के लिए ऐसी पद्धतियां अपना रही थी, जो जिनेवा कन्वेंशन प्रोटोकॉल का उल्लंघन था।

साइट की गुमनाम सबमिशन प्रणाली जब सक्रिय थी उस दौरान कुछ सबसे महत्वपूर्ण लीक में इराक और अफगान आक्रमणों पर अमेरिकी रक्षा विभाग की लाखों वर्गीकृत फाइलें शामिल थीं।  इसके अलावा स्टेट डिपार्टमेंट के लाखों संचार – दोनों को पूर्व अमेरिकी सैनिक चेल्सी (तब ब्रैडली) मैनिंग ने जारी किया था। लीक की यह शुरुआत 5 अप्रैल 2010 को जारी किए गए 39 मिनट के वीडियो से शुरू हुई थी। इसमें दो अमेरिकी एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टरों के क्रू को 2007 में अमेरिकी कब्जे के खिलाफ इराकी आक्रमण पर कार्रवाई करते हुए दिखाया गया था। वीडियो में हेलीकॉप्टर क्रू को अंधाधुंध फायरिंग करते और असैनिकों तथा रॉयटर्स के दो युद्ध संवाददाताओं को मार गिराते दिखाया गया था। लगभग तीन वर्षों तक, रॉयटर्स ने यू.एस. सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम के माध्यम से इस वीडियो तक पहुँच की कोशिश की, लेकिन असफल रहा।

विकीलीक्स ने तुरंत वाट लॉग जारी कर दिए, जिन्हें कई मीडिया संगठनों ने प्रकाशित किया और इराक में बढ़ती मौतों के अलावा, कब्जे वाली सेनाओं द्वारा मानवीय संघर्षों को उजागर किया। वाट लॉग के जारी होने के बाद कई समाचार प्रकाशित हुए, जिनमें द हिंद द्वारा प्रकाशित समाचार भी शामिल थे, जो हजारों लीक हुए राजनयिक केबलों पर आधारित थे, जिन्हें सुश्री मैनिंग ने भी जारी किया था, जिससे विभिन्न देशों में अभिजात वर्ग के तौर-तरीकों, जीवन शैली और दृष्टिकोण का महत्वपूर्ण सार्वजनिक खुलासा हुआ।

विकीलीक्स के क्रिप्टोग्राफिक उपकरणों के माध्यम से स्रोतों की सुरक्षा और संवेदनशील जानकारी (जो सार्वजनिक हित में भी हो सकती है) के गुमनाम “लीक” की अनुमति देने से अचानक व्यापक खोजी पत्रकारिता का एक नया मॉडल सामने आया, जो अपेक्षाकृत रूप से जनता की नजरों से दूर था, जैसे लोकतांत्रिक समाजों में डीप स्टेट की कार्यप्रणाली और निरंकुश शासनों में सत्ता एजेंसियों का संचालन।

हालांकि शुरू में केबल पांच समाचार पत्रों को जारी किए गए थे, जिन्होंने उन पर रिपोर्टिंग करने से पहले संवेदनशील जानकारी को संपादित करने का काम किया था और 2010 के अंत से 2011 के एक वर्ष तक उन्हें प्रकाशित किया था, लेकिन फाइलों के पूरे कैश (जखीरे) की एन्क्रिप्शन कुंजी के लीक होने (जिसे तब “केबलगेट” कहा गया था) के परिणामस्वरूप बिना संपादित सामग्री जारी कर दी गई, जिसकी कई मीडिया आउटलेट्स ने निंदा की थी।

गुमनाम सबमिशन सिस्टम की कमी ने इसे अन्य हैकर्स जैसे स्ट्रैटफोर ईमेल लीक से प्राप्त अन्य फ़ाइलों को प्रकाशित करने से नहीं रोका। बाद में, विकीलीक्स ने 2016 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले तत्कालीन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार (और पूर्व विदेश मंत्री) हिलेरी क्लिंटन के सहयोगी जॉन पोडेस्टा के ईमेल भी प्रकाशित किए। इस कार्रवाई के कारण कार्यकर्ताओं और मीडिया कर्मियों ने विकीलीक्स की कड़ी आलोचना की। इनलोगों ने इन लीक की तुलना 2016 के चुनावों में हस्तक्षेप करने के प्रयास से की, जिसमें श्री असांजे को यह कहते हुए उद्धृत किया गया था कि वह हिलेरी क्लिंटन के राष्ट्रपति पद जीतने की संभावनाओं को “नुकसान” पहुँचाना चाहते थे और उन्होंने विकीलीक्स पर रूसी खुफिया एजेंसी के हैकर्स से यह जानकारी प्राप्त करने का आरोप लगाया, जिसे विकीलीक्स ने नकार दिया।

बाद में, यह बात सामने आई कि विकीलीक्स के किसी व्यक्ति ने क्लिंटन के राष्ट्रपति पद के प्रतिद्वंद्वी, डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे, डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर के साथ बातचीत की थी, तथा लीक को बढ़ावा देने की कोशिश की थी, तथा ट्विटर डी.एम. वार्तालापों में श्री असांजे के लिए अनुग्रह की मांग भी की थी।

अमेरिका में जांच

इस बीच, विकीलीक्स के खुलासे के परिणामस्वरूप अमेरिकी सरकार की ओर से प्रतिशोध की कार्रवाई हुई। बराक ओबामा प्रशासन ने मैनिंग लीक की जांच शुरू की, और जुलाई 2013 में सुश्री मैनिंग को जासूसी अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए कोर्ट मार्शल द्वारा दोषी ठहराया गया।  जनवरी 2017 में राष्ट्रपति द्वारा उनकी सजा सुनाए जाने से पहले उन्हें कठोर कारावास की सजा दी गई। हालांकि, प्रशासन ने अंत में कहा कि वह श्री असांजे और विकीलीक्स के खिलाफ आपराधिक आरोप नहीं लगाएगा। अमेरिकी न्याय विभाग ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तहत अप्रैल 2017 में एक सीलबंद अभियोग में श्री असांजे पर रक्षा विभाग के नेटवर्क पर पासवर्ड को क्रैक करने के लिए सुश्री मैनिंग के साथ साजिश में सहयोग करने का आरोप लगाया, ताकि विकीलीक्स पर वर्गीकृत दस्तावेज़ और संचार प्रकाशित हो सकें। इन आरोपों को 2019 में खोला गया। 

बाद में, ट्रम्प प्रशासन ने श्री असांजे पर 1917 के जासूसी अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया- उन पर वर्जीनिया के पूर्वी जिले के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय में अधिनियम से संबंधित 17 नए आरोपों में अभियोग लगाया गया। जून 2020 में, हैकर समूहों के साथ साजिश के लिए आरोपों को और बढ़ा दिया गया। बिडेन प्रशासन ने अब तक इन आरोपों को पलटने का कोई प्रयास नहीं किया था। ।

अप्रैल में, श्री बिडेन ने कहा कि वे श्री असांजे के खिलाफ़ अपना मुकदमा वापस लेने के ऑस्ट्रेलिया के अनुरोध पर विचार कर रहे हैं। यह नीति में बदलाव का संकेत है। और अब अमेरिका ने याचिका समझौते के साथ व्हिसलब्लोअर के खिलाफ़ एक को छोड़कर बाकी सभी आरोपों को वापस लेने पर सहमति जताई है।

श्री असांजे का कानूनी मामला खोजी पत्रकारिता के भविष्य के लिए एक मिसाल कायम करता है, जिसका प्रतिनिधित्व विकीलीक्स करता है और यह अमेरिका जैसे देशों में बिना किसी बाधा के पत्रकारिता की अनुमति देने वाले मुक्त अभिव्यक्ति कानूनों के लिए एक लिटमस टेस्ट के रूप में भी काम करता है। हालाँकि यह संगठन अब एक दशक पहले की तुलना में बहुत कमज़ोर है, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों के अंदरूनी कामकाज पर प्रकाश डालने के लिए मुखबिरी करने की इसकी क्षमता ने खोजी पत्रकारिता को बदल दिया है। यहाँ तक कि अमेरिकी राजनीति में हस्तक्षेप करने के इसके फ़ैसलों ने इसकी विरासत को जटिल बना दिया है।

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